
आजादी के अमृत महोत्सव पर मनाया गया वैश्विक धरोहर पर्वत दिवस
महोत्सव में पर्वत के महत्व पर छात्र छात्राओं को दी गई जानकारी
एसके भारती/कुशीनगर
किसान इण्टर कालेज पिपरा बाजार में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत वैश्विक धरोहर पर्वत दिवस शनिवार को बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे किसान इण्टर कालेज बलकुड़िया के सेवानिवृत्त शिक्षक राघवशरण मिश्र को विद्यालय के प्रधानाचार्य अश्विनी कुमार पांडेय तथा सभी शिक्षकों ने उत्तरी प्रदान कर सम्मानित किया।
महोत्सव में शिक्षकों के साथ छात्र-छात्राएं रहे उपस्थित
उद्बोधन के क्रम में ऋषिकेश तिवारी ने पर्वत की महत्ता को बताते हुए कहा कि पर्वत विभिन्न नदियों की उद्गम स्थल है तथा विभिन्न प्रकार के जड़ी बूटियों के प्राप्ति का स्थान है। मुख्य अतिथि श्री मिश्र ने बताया कि पर्वतों का विस्तार भारत ही नही अपितु विश्व के अनेकों देशों में देखने को मिलता है, साथ ही पहाड़ियों तथा दर्रो की चर्चा करते हुए कहा कि विभिन्न स्रोतों से भरे हुए हैं ये पहाड़िया। जिसके आँचल में न सिर्फ जीवन मिलता है बल्कि देश की रक्षा में भी पर्वत अहम भूमिका निभाता है।
शोक प्रकट करते हुए शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि
विगत दो दिन पहले तमिलनाडु के कुन्नूर क्षेत्र में हुए विमान दुर्घटना में भारत के सी डी एस जनरल विपिन रावत उनकी पत्नी श्रीमती मधुलिका रावत तथा सेना के 11 अन्य जवानों के शहीद होने पर पूरा विद्यालय परिवार उन शहीदों की आत्मा की शांति के लिए मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।कार्यक्रम के अंत में आगामी 15 दिसंबर को होने वाले पोस्टकार्ड लेखन प्रतियोगिता जिसका शीर्षक
“आजादी के गुमनाम नायक”तथा “2047 में भारत कैसा होगा” पर किया गया चर्चा
साथ ही प्रधानाचार्य अश्विनी कुमार पांडेय ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए विश्व पर्वत दिवस की महत्ता, शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उनके कृतियों का बखान करते हुए पोस्टकार्ड लेखन हेतु बच्चों को प्रेरित किया।
इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकगण सुनील कुमार पांडेय, विद्यानंद शुक्ल, धनञ्जय कुमार, चंद्रभूषण पाण्डेय और दीपक मिश्र आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन हिंदी शिक्षक भूपेन्द्र कुमार पाण्डेय ने किया।