
पति के घर से भगाई गयी पिडित महिला ने मानवाधिकार संगठन से लगाई न्याय की गुहार
जनपद के आला अधिकारियों से महिला लगा चुकी है न्याय की गुहार
कुशीनगर-
एक तरफ जहां सरकार पीड़ित महिलाओं के ऊपर बढ़ रहे अत्याचार को लेकर सजग होने का दावा कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर नेबुआ नौरंगिया थानाक्षेत्र के पटखौली गांव में अपने पहले पति को छोड़ कर अपने प्रेमी संग ब्याह रचाने वाली सरिता देवी अपने दो बच्चों के साथ पति के परिवार वालों द्वारा ठुकराए जाने के कारण दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है जिला प्रशासन सहित तहसील प्रशासन को अपनी पीड़ा सुनाने के बाद भी न्याय नहीं मिलने पर पीडिता ने मानवाधिकार संगठन से न्याय की गुहार लगाई है।
दो मासूम बच्चोंं को लेकर दर-बदर भटक रही महिला
बताते चलें कि कुशीनगर जनपद के रामपुर जमुनिया निवासी सुखारी प्रसाद की पुत्री सरिता देवी की शादी महिला नगरी निवासी सुरेश पुत्र मोतीलाल से 2009 में हुई थी 3 वर्ष तक साथ रहा उसके बाद गोरखपुर में वह छोड़ कर फरार हो गया तब सुरेश के रिश्तेदार अनुज पटखौली निवासी ने बच्चों की परवरिश और महिला की जिंदगी संवारने का झांसा देकर अपने साथ रख लिया तथा सितंबर 2021 में फोटो पैसा बच्चों का कपड़ा आदि सबूत जलाकर क्वार्टर से भाग गया काफी समय बाद पता लगाकर महिला उसके गांव पटखौली आई जहां उसके माता-पिता द्वारा भगाए जाने के कारण गांव में ही शिव मंदिर पर रहते हुए मजदूरी कर पेट पाल रही है।
मानवाधिकार संगठन के जिला प्रभारी कुशीनगर ने महिला को न्याय दिलाने की दी आश्वासन
पहले पति के छोड़ने बाद दूसरे प्रेमी के द्वारा अपनाने और कुछ साल बाद उसके द्वारा भी ठुकराने से अपने दो मासूम बच्चों के साथ जिंदगी के बीच मजधार में फंसी हुई सरिता को जब स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों से भी न्याय की उम्मीद टूट गयी तो उसने मानवाधिकार संगठन के कुशीनगर प्रभारी सुदामा सिंह पटेल सदस्यों से अपनी व्यथा को बताते हुवे न्याय की गुहार लगाई है। मानवाधिकार संगठन के कुशीनगर के प्रभारी सुदामा सिंह पटेल ने बताया की इस मामले को मैं अपने उच्च अधिकारियों के बीच रखकर इस पीड़ित महिला को न्याय दिलाने कार्य करूंगा।