उत्तर प्रदेशकुशीनगर

नारायणी तट पर सामूहिक वन्देमातरम गायन और आरती आयोजन हुआ संपन्न

अमृत महोत्सव आयोजन समिति के कार्यकर्ता मौके पर रहे उपस्थित

एसके भारती/कुशीनगर

खड्डा विकास खण्ड के पनियहवा स्थित नारायणी नदी के तट पर रविवार को आजादी का अमृत महोत्सव आयोजन समिति की ओर से सामुहिक वंदेमातरम गायन व भारत माता की आरती के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें अधिक संख्या में जुटे महिला व पुरूषों ने भारत माता की आरती करके स्वाधीनता की लड़ाई लड़ने वाले महापुरुषों को नमन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि गोरक्ष प्रांत के प्रांत प्रचारक सुभाष ने भारत माता व मां नारायणी के चित्र पर पुष्पार्चन व दीपप्रज्वलित करके किया।

भारत माता व मां नारायणी के चित्र पर पुष्पार्चन व दीप किया गया प्रज्वलित

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रांत प्रचारक सुभाष ने भारत के गौरवशाली इतिहास का वर्णन करते हुए कहा कि प्राचीन भारत सभी क्षेत्रों में समृद्ध था। अंग्रेजों ने भारत की सांस्कृतिक विरासत पर हमला किया। वीर सपूतों ने अपना बलिदान देकर स्वाधीनता दिलाई। आज भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ का जश्न मना रहा है। यह देशवासियों के लिए विशेष अवसर है। गंगा, गौ, गीता का संरक्षण करते हुए भारतीयता की रक्षा के लिए सभी को तत्पर रहने की जरूरत है। देश में शिक्षा, सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, सैन्य, खेल एवं तकनीकी क्षेत्र का विकास विश्व पटल पर अलग पहचान दिलाया है।

सामुहिक वंदेमातरम गायन व भारत माता की आरती का हुआ कार्यक्रम

आज भारत की पहचान एक सशक्त राष्ट्र के रूप में है। यह अनायास नहीं है। दुनिया आज भारत की तरफ देख रही है। बीते 75 सालों में अपनी अंदरूनी समस्याओं, चुनौतियों के बीच देश ने ऐसा कुछ जरूर हासिल किया है, जिसकी तरफ दुनिया आकर्षित हो रही है। सुभाष ने आगे कहा कि हमें आजादी तो मिल गई लेकिन वह आजादी आज किस रूप में है। हमारे पूर्वजों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, महापुरुषों ने आजाद भारत का जो सपना देखा था। उनकी नजरों में आजादी के जो मायने थे क्या उसके अनुरूप हम आगे बढ़े हैं। संविधान में एक आदर्श देश की जो परिकल्पना की गई है उसे हम कितना साकार कर पाए हैं। सवाल है कि एक देश और व्यक्ति के रूप में आज हम कहां खड़े हैं, इसका एक सिंहावलोकन करना जरूरी है। आजादी के इन सालों में हमने क्या खोया और क्या पाया है, आज इसकी भी बात करनी जरूरी है। उन्होंने चौरीचौरा जनाक्रोश, गुरूनानक देव व रानी लक्ष्मीबाई, मंगल पाण्डेय, विरसा मुण्डा के योगदान की भी चर्चा की। कार्यक्रम में आयोजन समिति की ओर से मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन नत्थू शर्मा ने किया।

मुख्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर किया गया सम्मानित

इस दौरान मनोज कुमार पाण्डेय, फूलबदन, रविकिर्ति, प्रदीप गोयल, जिला प्रचारक राजेश, सेतवान मिश्र, सुरेंद्र पाण्डेय, अतुल सिंह पटेल, केदार गुप्ता, विधायक जटाशंकर त्रिपाठी, पूर्व चेयरमैन डा० निलेश मिश्र, आशुतोष ऋषि, ब्यास, प्रभाकर, राजेश सिंह, केपी गोंड, अतुल, राजू, अरूण उपाध्याय, संजय उपाध्याय, विकास, रविशंकर, राजकिशोर सिंह आदि मौजूद रहे।

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