
छठ पर्व पर खरीदारी के लिए सजे बाजार में निकले श्रद्धालु
पूजा सामान खरीद के लिए चौक, बाजार, चौराहों पर रहा भीड़भाड़
एसके भारती/कुशीनगर
सूर्य अर्ध्य का छठ पर्व को लेकर व्रतियों व श्रद्धालुओं की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई है। वहीं जिले भर के बाजारों में छठ पूजा की सामग्रियों से दुकाने सज चुकी है और खरीदारों की भीड़ उमड़ पड़ी है। जिसके कारण चौक और चौराहों पर स्थित दुकानों पर मेले के जैसा भीड़ भाड़ दिखाई दे रहा है।
बाजारों में छठ पर्व को लेकर इस बार पूजा के सामग्रियों का भाव कुछ ज्यादा ही हैं, लेकिन श्रद्धा के आगे महंगाई टिक नहीं रही है। जबकि दुकानदारों के द्वारा बाजार में पूजन सामग्री मनमाने कीमत पर बेचे जा रहे हैं। महंगाई की मार फलों पर भी पड़ी है और फल भी महंगे दामो में बिक रहे हैं।
महिलाओं ने कपड़े और श्रृंगार सहित पूजन सामग्रियों की जमकर कर रही है खरीदारी
श्रद्धालुओं की कोशिश रहती है कि समय पर पूजन सामग्री की खरीदारी कर ली जाए, जिससे कि पर्व को नियम और निष्ठा तथा विधि-विधान पूर्वक करने में किसी भी प्रकार की परेशानी नही हो।सोमवार को नहाय-खाय के साथ छठ पर्व शुरू हो गया। छठ पूजा में फलो का अपना अलग महत्व है। लोग अपनी क्षमता के अनुसार सभी प्रकार के फलों की भी खरीदारी कर रहे हैं।
कार्तिक शुक्ल की चतुर्थी से शुरू होने वाले इस व्रत की समाप्ति सप्तमी को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ होगी। छठ महापर्व को लेकर श्रद्धालुओं ने पूरी तैयारियां शुरू कर दी है। रविवार व सोमवार को छठ व्रतियों ने जनपद स्थित बाजारो से कपड़े, श्रृंगार सम्बंधित और सुप, दौउरा, डलिया व पूजन आदि सामग्रीयो की जमकर खरीदारी की। छठ पर्व करने वाले श्रद्धालुओं को डाला सजाना अनिवार्य होता है। बाजार में सूप 100 से 130 रुपये व दौऊरा व डलिया 150 से 400 रुपये तक में बिक रहे हैं। इसके लिए टोकरी, सूप, मकस, नारियल, संतरा, नींबू, कपरंगा, आंवला, गाजर, शकरकंद, अनन्नास, नाशपाती, अमरूद और केला सहित कई अन्य के फलों की जरूरत होती है। इसके अलावा माला, आरत का पत्ता, दीया-बाती और अगरबत्ती आदि की खरीदारी भी जमकर की जा रही है। वही सड़को पर चलने वाले दोपहिया से लेकर चार पहिया वाहनों तक मे काफी भीड़ भाड़ दिखाई दे रही है। और ग्रामीण स्तर से लेकर शहरों तक के सड़को पर काफी चहल पहल है।