
दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति गंभीर होती जा रही है. सर्दी की दस्तक और दिवाली के मौके पर प्रदूषण का स्तर हर बार बढ़ता है. दिवाली के बाद शुक्रवार को भी ऐसा ही होने के आसार हैं. हालांकि पिछली कई बार से दिल्ली में दिवाली पर पटाखे बैन हैं. पृथवी विज्ञान मंत्रालय की वायु मानक संस्था सफर के अनुसार अगले 24 घंटे के अंदर पराली जलने और हवा की दिशा का रुख बदलने समेत अन्य मौसमी गतिविधियों की वजह से प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा.
आतिशबाजी बैन होने के बावजूद हवा बहुत खराब श्रेणी में पहुंचेगी. अगर पिछली बार के मुकाबले सिर्फ 50 प्रतिशत पटाखे ही इस्तेमाल होते हैं तो भी दिल्ली की हवा गंभीर श्रेणी में चली जाएगी. पिछले 24 घंटे में दिल्ली के औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक में 11 अंकों की बढ़ोतरी हुई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक दिल्ली का एक्यूआई 314 रहा.
NCR में अभी कहां क्या है हाल?
वहीं फरीदाबाद का 337, गाजियाबाद का 286, ग्रेटर नोएडा का 330 और नोएडा का 327 एक्यूआई रहा. इसके एक दिन पहले दिल्ली का एक्यूआई 303 रहा था. सफर के अनुसार पिछले 24 घंटे में पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के 3271 मामले दर्ज किए गए है. वहीं इसी प्रदूषण में हिस्सेदारी आठ फीसदी रही. सफर के पूर्वानुमान के अुसार अगल दो दिनों में हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम होगी. वहीं गुरुवार को पीएम 2.5 का स्तर प्रदूषण में गुरुवार को 20 प्रतिशत हिस्सेदारी रही. वहीं दिवाली के अगले दो दिनों तक ये 35 से 40 फीसदी रहने का अनुमान है.
500 के पार होगा AQI
इससे हवा का स्तर बहुत खराब श्रेणी के उच्चतम स्तर पर पहुंच सकता है. अगर पटाखों का इस्तेमाल न के बराबर रहता है तब भी दिल्ली की हवा सांस लेने लायक नहीं रहेगी. वहीं अगर थोड़ा बहुत भी पटाखों का इस्तेमाल हुआ तो हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच जाएगी. सफर का अनुमान है कि दिवाली के अगले दिन एक्यूआई 500 से अधिक दर्ज हो सकता है.